आर्थिक संकट से जूझ रही गो फर्स्ट एयरलाइन को एक बार फिर उड़ान भरने की अनुमति मिल गई है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कुछ शर्तों के साथ गो फर्स्ट एयरलाइन को 15 विमानों और रोजाना 114 उड़ानें के साथ फिर से विमान परिचालन शुरू करने की अनुमति दे दी है।
डीजीसीए ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि उसने कुछ शर्तों के साथ परिचालन शुरू करने की गो फर्स्ट एयरलाइन की योजना को मंजूरी दी है। डीजीसीए ने कहा कि 15 विमानों और 114 दैनिक उड़ानों के संचालन के लिए एयरलाइन का परिचालन फिर से शुरू करने की समीक्षा करने के बाद इसे स्वीकार कर लिया गया है।
विमानन नियामक के मुताबिक यह मंजूरी दिल्ली हाई कोर्ट और राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी) की दिल्ली पीठ के समक्ष लंबित रिट याचिकाओं और आवेदनों के नतीजों पर निर्भर है। बयान के मुताबिक गो फर्स्ट अंतरिम वित्त पोषण और डीजीसीए से निर्धारित उड़ानों की अनुमति मिलने के बाद विमान सेवाओं का परिचालन शुरू कर सकता है।
गो फर्स्ट एयरलाइन के समाधान पेशेवर (आरपी) ने विमान सेवाएं फिर बहाल करने की योजना 28 जून को डीजीसीए को सौंपी थी। डीजीसीए ने उसके बाद कंपनी की मुंबई और दिल्ली में उड़ानों से संबंधित विभिन्न सुविधाओं का विशेष ऑडिट किया था।
गौरतलब है कि गो फर्स्ट एयरलाइन के खिलाफ दिवाला समाधान प्रक्रिया चल रही है। वहीं, कंपनी ने तीन मई से अपनी सभी उड़ानें बंद कर दी है।